हल्द्वानी उत्तराखंड राज्य के नैनीताल जिले में स्थित एक नगर है । यह उत्तराखंड के सर्वाधिक जनसँख्या वाले नगरों में से एक है । इसे कुमाऊँ का प्रवेश द्वार कहा जाता हैं । यह विमानों तथा ट्रेन के लिए आखिरी स्टेशन हैं । “हल्द्वानी” शब्द कुमाऊनी शब्द “हल्दू -वानी” जिसका अर्थ “हल्दू का जंगल” के नाम पे रखा गया ।
हल्द्वानी के आकर्षण
हल्द्वानी में घूमने के लिए प्रमुख स्थानों में गौला बैराज, माँ शीतला देवी मंदिर, जमरानी, मैगी पॉइंट, बेल बाबा मंदिर तथा रानीबाग़ प्रमुख हैं ।
हल्द्वानी के पूर्व दिशा में गौला नदी तथा कालीचौड मंदिर है इस मंदिर में शिवरात्रि के दिन श्रद्धालु अधिक संख्या में उपस्थित होते हैं । पश्चिम में लामाचौड़ और कालाढूंगी में उपजाऊ कृषि मैदान हैं जो विश्व प्रसिद्ध कॉर्बेट राष्ट्रीय उद्यान में मिलते है। उत्तर दिशा में रानीबाग़ नामक स्थान है । जहाँ हिन्दुओ का पवित्र चित्रशिला नामक शमशानघाट है । यहाँ प्रतिवर्ष मकरसक्रांति के दिन मेला लगता है । तथा दक्षिण में पंतनगर विशविद्यालय स्थित हैं । जो कृषि अनुसन्धान के लिए प्रसिद्ध हैं ।
जीवनशैली
हल्द्वानी में प्रमुख रूप से कुमाऊनी लोगों की अधिकता है । अर्थात यहाँ अधिक संख्या में कुमाऊनी लोग निवास करते हैं । परन्तु इसके अतिरिक्त यहाँ बहुत से नगरों और क्षेत्रों के लोग भी निवास करते है । दो दशक पहले तक हल्द्वानी एक छोटा सा क़स्बा था । परन्तु पिछले कुछ वर्षो में बढ़ते नगरीकरण के चलते यह एक व्यापारिक क्षेत्र के रूप में उभरा है । और यहाँ कई आधारभूत सुविधाओं मे वृद्धि हुई हैं ।
शिक्षण
हल्द्वानी में कई विद्यालय हैं, जो की उच्च स्तर की शिक्षा प्रदान करते है- जिनमे आर्यमान विक्रम बिड़ला, सैकरैड हार्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, निर्मला कान्वेंट, हर गोविन्द सुयाल, एम.बी. इंटर कॉलेज और एच.एन. इंटर कॉलेज आदि प्रमुख है ।
उच्च शिक्षा (Higher Education) के लिए एम.बी.पी.जी. कॉलेज, गवर्नमेंट गर्ल्स डिग्री कॉलेज, पंतनगर यूनिवर्सिटी जिसका कृषि अनुसंधान के लिए देश में प्रमुख संस्थान है। आम्रपाली संस्थान लामाचौड़ जो की होटल मैनेजमेंट तथा टेक्निकल एजुकेशन के लिए है, तथा गवर्नमेंट द्वारा संचालित गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज स्थित हैं । और युवाओ को रोज़गार परक शिक्षा के लिए यहाँ धानमिल रोड स्थित आई टी आई भी प्रमुख हैं ।
दूरस्थ शिक्षा के लिए तीन पानी स्थित उत्तराखंड ओपन यूनिवर्सिटी भी प्रमुख है । जहाँ ४० से भी अधिक कोर्सेज उपलब्ध हैं । इसके अतिरिक्त यहाँ बहुत से एजुकेशन सेण्टर है । जो की लघु – अवधि के लिए आजीविका उन्मुख ट्रेनिंग देते हैं ।
उत्तराखंड का प्रमुख नगर होने के कारण यहाँ पिछले २० वर्षो में नगरीकरण बहुत तेजी से हुआ हैं । तथा यह नगर अपनी “ग्रीन-सिटी” की उपाधि को बचाये रखने में संघर्षरत हैं ।